अगस्त सितंबर तक इस भाव पर मिलेगा 1 तोला सोना Gold Rate

By Meera Sharma

Published On:

Gold Rate

Gold Rate: भारतीय बाजार में सोने की कीमतें इन दिनों आसमान छू रही हैं और निवेशकों के लिए यह एक अभूतपूर्व स्थिति बन गई है। एमसीएक्स पर सोना लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है और सर्राफा बाजार में भी इसकी कीमतें चरम पर पहुंच गई हैं। यह तेजी इतनी असाधारण है कि अनुभवी निवेशक भी हैरान रह गए हैं। सोना पारंपरिक रूप से एक स्थिर निवेश विकल्प माना जाता रहा है, लेकिन वर्तमान में यह शेयर बाजार की तरह तेजी से बढ़ रहा है। इस उछाल ने सोने को एक आकर्षक निवेश विकल्प बना दिया है, साथ ही खरीदारों के लिए चिंता का विषय भी बना दिया है।

इस तेजी की गति इतनी तीव्र है कि एक सप्ताह में ही सोने की कीमतों में हजारों रुपये की वृद्धि हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल एक अस्थायी उछाल नहीं है बल्कि कई मजबूत कारकों का परिणाम है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार की अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक नीतियों में बदलाव जैसे कारक इस तेजी के लिए जिम्मेदार हैं। इसका प्रभाव न केवल निवेशकों पर पड़ रहा है बल्कि आम उपभोक्ताओं की खरीदारी की आदतों पर भी असर डाल रहा है।

एक सप्ताह में भारी वृद्धि

यह भी पढ़े:
Gold Latest Price 1 लाख के पार पहुंचने के बाद सस्ता हुआ सोना, अब इतने रह गए 10 ग्राम गोल्ड के रेट Gold Latest Price

पिछले सप्ताह में सोने की कीमतों में जो उछाल आया है, वह वास्तव में चौंकाने वाला है। 24 कैरेट सोने की कीमत में एक सप्ताह में ही 3700 रुपये की वृद्धि हुई है, जो इसे दिल्ली में 101830 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा गया है। यह वृद्धि दैनिक आधार पर लगभग 500 रुपये प्रति दिन के बराबर है, जो सोने के इतिहास में असामान्य है। 22 कैरेट सोने में भी 3400 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है, जो दर्शाता है कि सभी प्रकार के सोने में समान रूप से तेजी आई है।

यह तेजी केवल एक या दो दिन की नहीं है बल्कि लगातार एक सप्ताह तक बनी रही है। प्रतिदिन की कीमतों में वृद्धि ने व्यापारियों और निवेशकों दोनों को सक्रिय कर दिया है। कई निवेशक इस तेजी का फायदा उठाकर अपने पुराने सोने को बेच रहे हैं, वहीं कुछ लोग भविष्य की और भी तेजी की उम्मीद में खरीदारी कर रहे हैं। इस स्थिति ने सोने के बाजार में एक नई गतिशीलता लाई है और दैनिक कारोबार में भी वृद्धि देखी जा रही है।

महंगाई के मुख्य कारण

यह भी पढ़े:
Property Rights केवल पेमेंट करने और कब्जा लेने से नहीं मिल जाएगा प्रोपर्टी का मालिकाना हक, जानिये सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला Property Rights

सोने की कीमतों में इस असाधारण वृद्धि के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक काम कर रहे हैं। सबसे प्रमुख कारण भारतीय रुपये की कमजोरी है, जिससे आयातित सोने की लागत बढ़ गई है। पश्चिम एशिया में बढ़ता राजनीतिक तनाव भी एक महत्वपूर्ण कारक है, क्योंकि अनिश्चितता के समय में निवेशक सुरक्षित संपत्ति की तलाश करते हैं। सोना पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसलिए जोखिम से बचने वाले निवेशक इसकी ओर रुख कर रहे हैं। इजराइल-ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।

वैश्विक तेल आपूर्ति में संभावित रुकावट की चिंताएं भी सोने की मांग बढ़ा रही हैं। स्ट्रेट ऑफ होर्मुज जैसे महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्गों के बंद होने का खतरा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता ला रहा है। इसके अतिरिक्त, मुद्रास्फीति की चिंताएं और केंद्रीय बैंकों की मौद्रिक नीतियों में अनिश्चितता भी सोने की मांग को बढ़ावा दे रही है। डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं की कमजोरी भी सोने को आकर्षक निवेश विकल्प बना रही है।

सर्राफा बाजार की वर्तमान स्थिति

यह भी पढ़े:
Retirement Age केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, रिटायरमेंट की उम्र में बदलाव पर सरकार का आया जवाब।। Retirement Age

स्थानीय सर्राफा बाजार में भी सोने की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। 22 कैरेट सोने की कीमत 250 रुपये बढ़कर 95000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो पहले 94750 रुपये थी। 24 कैरेट सोने में 260 रुपये की वृद्धि के साथ यह 99750 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया है। यह दैनिक वृद्धि भी काफी उत्साहजनक है और दर्शाती है कि तेजी में कोई कमी नहीं आ रही है। सर्राफा व्यापारी भी इस स्थिति से खुश हैं क्योंकि उनके पुराने स्टॉक की कीमत बढ़ गई है।

स्थानीय बाजार में खरीदारी का पैटर्न भी बदल गया है। आम उपभोक्ता अब छोटी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, जबकि निवेशक बड़ी मात्रा में खरीदारी कर रहे हैं। त्योहारी सीजन से पहले यह तेजी व्यापारियों के लिए अच्छी खबर है, लेकिन आम ग्राहकों के लिए चुनौती भी है। कई लोग अपनी खरीदारी योजनाओं को स्थगित कर रहे हैं, उम्मीद में कि कीमतें कम हो जाएंगी। हालांकि, मौजूदा रुझान देखकर लगता है कि यह तेजी जल्दी खत्म होने वाली नहीं है।

एक महीने का प्रदर्शन विश्लेषण

यह भी पढ़े:
Free Silai Machine Apply सभी महिलाओं को मिलेगी फ्री सिलाई मशीन, ऐसे करें आवेदन Free Silai Machine Apply

पिछले एक महीने में सोने का प्रदर्शन वास्तव में शानदार रहा है। शुक्रवार को सोने ने ऑल टाइम हाई का रिकॉर्ड बनाकर 100681 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर छुआ है। एमसीएक्स पर अगस्त एक्सपायरी के सोने की कीमत 22 अप्रैल को 99358 रुपये थी, जो 15 मई को घटकर 90890 रुपये हो गई थी। लेकिन 15 मई के बाद से सोने में लगभग 10000 रुपये की वृद्धि हुई है, जो एक महीने से भी कम समय में एक अभूतपूर्व उछाल है।

यह उछाल दिखाता है कि सोने में कितनी अस्थिरता हो सकती है। 15 मई से आज तक की यात्रा में सोने ने करीब 11 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई है, जो किसी भी मानक से एक बेहतरीन रिटर्न है। यह प्रदर्शन कई शेयरों से भी बेहतर है और दर्शाता है कि वर्तमान परिस्थितियों में सोना कितना आकर्षक निवेश बन गया है। लेकिन इसके साथ ही यह भी दिखाता है कि सोने की कीमतों में कितनी तेजी से गिरावट भी आ सकती है।

भविष्य के लिए विशेषज्ञ की राय

यह भी पढ़े:
Ladli Behna Awas Yojana List लाडली बहना आवास योजना की नई लिस्ट जारी Ladli Behna Awas Yojana List

बाजार विशेषज्ञों और सर्राफा कारोबारियों की राय के अनुसार, सोने की कीमतों में आने वाले समय में भी तेजी बनी रह सकती है। विशेषज्ञ सोनी का अनुमान है कि जून के अंत तक सोना एक लाख रुपये के स्तर पर ही ट्रेड करता रहेगा। इसके बाद हल्की गिरावट की संभावना है, लेकिन यह अस्थायी होगी। अगस्त-सितंबर तक सोने की कीमतें 105000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती हैं, जो मौजूदा कीमतों से भी 4000-5000 रुपये अधिक है।

यह पूर्वानुमान कई कारकों पर आधारित है जिसमें भू-राजनीतिक स्थिति, मुद्रास्फीति की दर, और केंद्रीय बैंकों की नीतियां शामिल हैं। यदि पश्चिम एशिया में तनाव बना रहता है और रुपया कमजोर रहता है, तो सोने की मांग बनी रहेगी। त्योहारी सीजन भी सोने की मांग बढ़ाने में योगदान देगा। हालांकि, निवेशकों को सावधान रहना चाहिए क्योंकि सोने की कीमतों में अचानक गिरावट भी आ सकती है, जैसा कि मई में देखा गया था।

निवेशकों के लिए सुझाव

यह भी पढ़े:
RBI New Updates RBI New Updates: गोल्ड लोन लेने वालों को RBI ने दी बड़ी राहत, नए नियम हुए लागू

मौजूदा स्थिति में निवेशकों के लिए सोना एक आकर्षक विकल्प है, लेकिन सावधानी की आवश्यकता है। जो लोग लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है। हालांकि, जो लोग तुरंत मुनाफा चाहते हैं, उन्हें बाजार की अस्थिरता को ध्यान में रखना चाहिए। SIP के माध्यम से सोने में निवेश करना एक बेहतर रणनीति हो सकती है, जो कीमतों के उतार-चढ़ाव का जोखिम कम करती है।

फिजिकल गोल्ड खरीदने के बजाय गोल्ड ETF या डिजिटल गोल्ड में निवेश करना भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इससे स्टोरेज की समस्या नहीं होती और तरलता भी बेहतर होती है। जो लोग पहले से ही सोने में निवेश कर चुके हैं, वे अपने पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करने पर विचार कर सकते हैं। मार्केट टाइमिंग की कोशिश करने के बजाय, एक अनुशासित निवेश रणनीति अपनाना बेहतर होगा।

Disclaimer

यह भी पढ़े:
Toll Tax अब किलोमीटर के हिसाब से देना होगा टोल टैक्स, जानिए कब से लागू होगी नई टोल टैक्स पॉलिसी Toll Tax

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। सोने की कीमतें बाजार की स्थितियों के अनुसार तेजी से बदल सकती हैं। निवेश संबंधी कोई भी निर्णय लेने से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। पिछला प्रदर्शन भविष्य के परिणामों की गारंटी नहीं है। लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

Leave a Comment

Join Whatsapp Group