अब इन केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगी 20 से 50 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन, नोटिफिकेशन हुआ जारी 7th CPC pension rules

By Meera Sharma

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7th CPC pension rules

7th CPC pension rules: केंद्र सरकार ने देशभर के लाखों सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण और खुशखबरी भरा फैसला लिया है। पेंशन एवं पेंशनर्स वेलफेयर विभाग की तरफ से जारी नई अधिसूचना के अनुसार अब विशेष आयु वर्ग में आने वाले पेंशनभोगियों को अतिरिक्त पेंशन का लाभ दिया जाएगा। यह अतिरिक्त राशि उनकी मूल पेंशन के अतिरिक्त होगी जो उम्र के आधार पर 20 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक हो सकती है। यह निर्णय केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम 2021 के तहत लिया गया है और इसका उद्देश्य बुजुर्ग पेंशनभोगियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है।

इस नई व्यवस्था से न केवल सेवानिवृत्त कर्मचारियों को वित्तीय राहत मिलेगी बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य संबंधी खर्च बढ़ जाते हैं और ऐसे में अतिरिक्त पेंशन एक महत्वपूर्ण सहारा साबित होगी। सरकार के इस फैसले की व्यापक स्तर पर सराहना हो रही है क्योंकि यह दिखाता है कि सरकार अपने पूर्व कर्मचारियों की भलाई को लेकर गंभीर है। यह योजना सामाजिक सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

अतिरिक्त पेंशन की शुरुआत और पात्रता

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नई पेंशन व्यवस्था के अनुसार सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारियों को 80 वर्ष की आयु पूरी होने पर अनुकंपा भत्ते के रूप में अतिरिक्त पेंशन मिलना शुरू हो जाएगी। यह अतिरिक्त राशि उनकी मूल बेसिक पेंशन के अतिरिक्त होगी और इसे दोहरी पेंशन की तरह समझा जा सकता है। 80 वर्ष की आयु एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जहां से यह लाभ शुरू होता है और उम्र बढ़ने के साथ इसकी दर भी बढ़ती जाती है। यह व्यवस्था इस मान्यता पर आधारित है कि बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति की जरूरतें और खर्च बढ़ जाते हैं विशेषकर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में।

अतिरिक्त पेंशन का लाभ उस महीने की पहली तारीख से शुरू होगा जिस महीने में संबंधित पेंशनभोगी की आयु 80 वर्ष पूरी हो जाएगी। यह एक स्वचालित प्रक्रिया है जिसके लिए अलग से आवेदन देने की आवश्यकता नहीं है। पेंशन वितरणकर्ता एजेंसियों और बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पेंशनभोगियों की आयु का रिकॉर्ड रखें और समय पर अतिरिक्त पेंशन का भुगतान सुनिश्चित करें। यह व्यवस्था सभी केंद्रीय सरकार के सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर लागू होती है चाहे वे किसी भी विभाग या सेवा में कार्यरत रहे हों।

आयु के अनुसार बढ़ती अतिरिक्त पेंशन दरें

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नई पेंशन व्यवस्था में उम्र के साथ अतिरिक्त पेंशन की दर भी बढ़ती जाती है जो इस योजना की एक विशेष विशेषता है। जब पेंशनभोगी की उम्र 80 से 85 वर्ष के बीच होती है तो उन्हें अपनी बेसिक पेंशन पर 20 प्रतिशत की अतिरिक्त राशि मिलती है। 85 से 90 वर्ष की आयु में यह दर बढ़कर 30 प्रतिशत हो जाती है। 90 से 95 वर्ष की आयु में 40 प्रतिशत और 95 से 100 वर्ष की आयु में 50 प्रतिशत अतिरिक्त पेंशन का लाभ मिलता है। सबसे खास बात यह है कि 100 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद पेंशनभोगी को अपनी बेसिक पेंशन के बराबर यानी 100 प्रतिशत अतिरिक्त राशि मिलने लगती है।

यह क्रमिक वृद्धि का सिद्धांत इस बात को ध्यान में रखकर बनाया गया है कि उम्र के साथ व्यक्ति की देखभाल और चिकित्सा संबंधी जरूरतें बढ़ती जाती हैं। 100 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए दोगुनी पेंशन की व्यवस्था उनके सम्मान और देखभाल के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इस तरह की व्यवस्था से न केवल पेंशनभोगियों को वित्तीय सुरक्षा मिलती है बल्कि उनके परिवार के सदस्यों पर भी आर्थिक बोझ कम पड़ता है। यह व्यवस्था एक उदाहरण स्थापित करती है कि कैसे सरकार अपने वरिष्ठ नागरिकों की गरिमा और सम्मान का ख्याल रखती है।

कानूनी आधार और नियमावली

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यह अतिरिक्त पेंशन योजना केंद्रीय सिविल सेवा पेंशन नियम 2021 के नियम 44 के उप नियम 6 के तहत लागू की गई है। इस कानूनी प्रावधान के अनुसार अनुकंपा भत्ते की व्यवस्था की गई है जो पेंशनभोगियों के कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। नियम में स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि यह भत्ता मूल पेंशन के अतिरिक्त होगा और इसकी गणना बेसिक पेंशन के आधार पर की जाएगी। इस नियम के तहत सभी केंद्रीय सरकार के पेंशनभोगी इस लाभ के हकदार हैं बशर्ते वे निर्धारित आयु सीमा को पूरा करते हों।

कानूनी स्पष्टता के लिए यह बताना आवश्यक है कि यह अतिरिक्त पेंशन किसी भी प्रकार की कटौती या कर के अधीन नहीं है। यह राशि पेंशनभोगी के बैंक खाते में उनकी नियमित पेंशन के साथ ही जमा की जाएगी। नियम में यह भी प्रावधान है कि यदि पेंशनभोगी की मृत्यु हो जाती है तो उनके पारिवारिक पेंशनभोगी को भी आयु पूरी होने पर यह लाभ मिलेगा। इस व्यवस्था से पेंशन प्रणाली में एक नया आयाम जुड़ा है जो दीर्घायु को प्रोत्साहित करता है और वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान को बढ़ाता है।

विभागीय निर्देश और क्रियान्वयन प्रक्रिया

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पेंशन एवं पेंशनर्स वेलफेयर विभाग ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी संबंधित विभागों, पेंशन वितरण एजेंसियों और बैंकों को विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि पेंशनभोगियों की आयु का सटीक रिकॉर्ड रखना होगा और समय पर अतिरिक्त पेंशन का भुगतान सुनिश्चित करना होगा। बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने सिस्टम में आवश्यक बदलाव करें ताकि अतिरिक्त पेंशन की राशि स्वचालित रूप से जुड़ सके। विभागों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वे पेंशनभोगियों को इस नई सुविधा के बारे में जानकारी दें।

क्रियान्वयन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए एक समयबद्ध कार्य योजना भी तैयार की गई है। पहले चरण में सभी मौजूदा पेंशनभोगियों की आयु का सत्यापन किया जाएगा और उन्हें तत्काल लाभ दिया जाएगा जो पहले से ही पात्र हैं। दूसरे चरण में भविष्य में पात्र होने वाले पेंशनभोगियों के लिए एक निगरानी प्रणाली स्थापित की जाएगी। विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि इस योजना के लिए अलग से कोई आवेदन न देना पड़े और यह एक स्वचालित प्रक्रिया हो। समय-समय पर इस योजना की समीक्षा भी की जाएगी ताकि इसमें और सुधार किए जा सकें।

पेंशनभोगियों पर सकारात्मक प्रभाव

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इस अतिरिक्त पेंशन योजना का पेंशनभोगियों के जीवन पर गहरा सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। बढ़ती उम्र के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की लागत तेजी से बढ़ती है और मूल पेंशन अक्सर इन बढ़ते खर्चों के लिए अपर्याप्त हो जाती है। अतिरिक्त पेंशन से न केवल चिकित्सा खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी बल्कि पेंशनभोगी अपनी बुनियादी जरूरतों को भी बेहतर तरीके से पूरा कर सकेंगे। यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक स्वावलंबन प्रदान करती है जिससे वे अपने परिवार पर बोझ महसूस नहीं करते।

इस योजना का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान और गरिमा को बढ़ाती है। जब बुजुर्गों के पास पर्याप्त आर्थिक संसाधन होते हैं तो वे समाज में अधिक सम्मानजनक स्थिति महसूस करते हैं। यह योजना एक संदेश भी देती है कि सरकार अपने पूर्व कर्मचारियों की सेवाओं का सम्मान करती है और उनकी बुढ़ापे की जरूरतों का ख्याल रखती है। दीर्घकालीन दृष्टि से यह योजना समाज में बुजुर्गों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देगी और पारिवारिक मूल्यों को मजबूत बनाएगी।

Disclaimer

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यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है और उपलब्ध सरकारी जानकारी पर आधारित है। पेंशन नियम और लाभ समय के साथ बदल सकते हैं। कृपया अतिरिक्त पेंशन से संबंधित नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए पेंशन एवं पेंशनर्स वेलफेयर विभाग (DoPPW) की आधिकारिक वेबसाइट देखें या अपने संबंधित विभाग से संपर्क करें। व्यक्तिगत मामलों के लिए उचित प्राधिकारियों से सलाह लें।

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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